मनोबल बढ़ाने वाले विचार।। मनोबल कैसे बढ़ाएं
● मनोबल बढ़ाने वाले विचार
दोस्तों, सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत तो जरूरी है ही, साथ ही यह भी जरूरी है कि आपका परिश्रम सही दिशा मे हो और अथक हो। अथक परिश्रम के लिए यह जरूरी है कि आपका मनोबल सदैव ऊँचा रहे। किसी भी मंजिल को पाने के लिए सबसे पहले मानसिक तैयारी की आवश्यकता होती है। तो दोस्तों,आइए इसी मानसिक तैयारी के लिए पढते हैं, कुछ मनोबल बढ़ाने वाले विचार और टिप्स।
मनोबल बढ़ाने वाले विचार |
● मनोबल कैसे बढ़ाएं
दोस्तों, बुलंद हौसले से इंसान हर वो चीज हासिल कर सकता है, जिसकी वह कामना करता है। मनोबल अगर ऊँचा हो तो मंज़िल की राह मे आने वाली सभी मुसीबतें आसानी से पार की जा सकती है। लेकिन टूटे हौसले से कोई भी इंसान मंजिल तक नही पहुँच सकता। जो लोग सपने बड़े-बड़े देखते हैं, और उन्हें सच कर दिखाने का माद्दा रखते हैं, वो राह में आने वाले चुनौतियों का सामना बड़ी आसानी से कर लेते हैं।
ऐसे लोग इन चुनौतियों को बोझ न मानकर स्वयं के अपनी मंजिल के योग्य होने का सबूत मानते हैं। वे अपनी चुनौतियों का सामना, यह मानकर करते हैं कि इन चुनौतियों को पार कर ही वे अपनी मंजिल के सच्चे अधिकारी होंगे। इसलिए एक बात याद रखना, अगर आपको अपनी चुनौतियां मुश्किल लगती हैं, तो समझ जाना आपका मंजिल भी बड़ा ही है। आपकी मेहनत जितनी ज्यादा होगी, आपके सफलता की ऊँचाई उतनी ही ज्यादा होगी।
जिस प्रकार एक छोटा बच्चा अपने खेल मे थकने के बाद भी बड़े मजे से खेलता ही जाता है, उसी प्रकार उच्च मनोबल तथा अपने मंजिल को समर्पित व्यक्ति कठिन परिश्रम की मार को आसानी से सह लेता है।
सफल वही लोग होते हैं जो अपने मेहनत पर ध्यान न देकर अपना पूरा ध्यान अपनी मंजिल पर रखते हैं। ऐसा करने से आप अपने काम मे अपना सौ प्रतिशत प्रयास लगा पाएंगे, और कठिन परिश्रम भी आनंदमयता से करेंगे।
सफल और असफल व्यक्ति मे बस यही फर्क है कि, सफल व्यक्ति बस उतना मेहनत करता है, जितने से उसका काम अंजाम तक पहुंच जाए, लेकिन असफल होने वाले व्यक्ति ने उतना मेहनत और लगन अपने काम मे नही दिया। अगर सफल और असफल व्यक्ति के गुणों मे अंतर की बात करे, तो निश्चय ही उपर्युक्त कथन पर्याप्त नही होगा, क्योंकि यहाँ कार्य की गुणवत्ता भी सफलता या असफलता का निर्णय करती है।
तो वो क्या चिज है जो दो लोगों के द्वारा किए गए एक ही काम के गुणवत्ता मे अंतर पैदा कर देता है? ऐसे अनेको लोग हैं जो यह समझ नही पाते कि वे इतनी मेहनत के बाद भी क्यो सफल नही हो पा रहे। जबकि उनके साथ वाला उनसे कम मेहनत करके भी ज्यादा सफल है, और वो भी तब जब दोनो एक ही काम कर रहे हैं। कार्य की गुणवत्ता मे ऐसा अंतर विद्यार्थीयों के बीच साफ दिखाई देता है, लेकिन यह हर तरह के लोगों के बीच मे होता है।
क्या आपने यह गौर किया है, कि जिस कार्य को करने मे आपका मनोबल ऊँचा रहता है, उस काम को आप बड़े मजे से तथा अन्य की तुलना मे अधिक सफाई से कर पाते हैं। मनोबल और लगन ही ऐसे चिज हैं जो दो लोगो द्वारा किए गए किसी कार्य की गुणवत्ता मे अंतर उत्पन्न करते हैं। तो, हम अपना मनोबल कैसे बढ़ा सकते हैं?
दोस्तों, मनोबल बढाने के लिए सबसे जरूरी चीज है, स्व प्रेरणा। दोस्तो, आप अक्सर मोटिवेशनल विडियो देखते होंगे, जिससे आपका मनोबल तो बढ़ता होगा लेकिन वो स्थायी नही रह पाता होगा। स्व-प्रेरणा का यह एक बहुत बड़ा लाभ है कि यह है कि यह काफी लंबे समय तक साथ रहता है तथा इसके लिए किसी दूसरे पर आश्रित भी नही रहना पड़ता है।
स्व-प्रेरणा आप अपने आस-पास की अनेको चीज से पा सकते हैं, जैसे, दिवाल से बार-बार फिसलती चींटी, किसी सफल व्यक्ति का संघर्ष, मकड़ी का प्रयास इत्यादि। इसके अलावा आप खुद को हर पल यह याद दिलाए की जो काम आप कर रहे हैं, उसमे सफल होने पर, आपसे प्यार करने वाले अनेक लोगो को कितनी खुशी मिलेगी।
अगर आप बस इस बात का ध्यान रखे, कि आपसे प्यार करने वाले अनेक लोग आपको सफल होते देखना चाहते हैं, तथा आपके सफलता की कामना कर रहे हैं, तो इससे भी आपका मनोबल ऊँचा रहेगा।
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