सभी ग्रहों के दोष का निवारण, इस एक टोटके और मंत्र से
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सभी ग्रहों के दोष का निवारण |
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में ग्रह दोष होने पर तुरंत उसका समाधान करना चाहिए। अन्यथा उनके बुरे प्रभाव से पुरा जीवन बिखर सकता है तथा घर में एक के बाद एक अनेक अनिष्ट घटनाये भी घट सकती हैं। ग्रह दोष की शान्ति के लिए शास्त्रों में अनेक उपाए वर्णित हैं जिनमे देव आराधना, मंत्र-तंत्र व टोटके सभी सम्मिलित हैं। यहाँ आप एक ऐसा ही सभी ग्रहों के दोष का निवारण करने वाला एक टोटका और मंत्र जानेंगे।
आज आप यहाँ सभी ग्रह दोषों को एक साथ शांत करने वाला बहुत ही सरल लेकिन अति कारगर उपाए जानने वाले हैं। इसके साथ ही इस लेख के अंत में मै आपको एक नवग्रह दोष निवारण मंत्र बताने वाला हूँ, जिसके जाप से सभी ग्रहों के दोष एक साथ दूर किये जा सकते है।
• सभी ग्रहों के दोष के निवारण का उपाय
ज्योतिष की सबसे शक्तिशाली पुस्तक लाल किताब के अनुसार, एक ऐसा उपाए भी है, जिसको सही तरीके से करने पर सभी ग्रह आपके अनुकूल बन जाते हैं। यह टोटका रविवार के दिन सूर्योदय से पहले संपन्न कर देनी चाहिए। तो आइये जानते हैं वह उपाए क्या है:
सुखे नारियल के गोले मे छेद करके उसके अंदर गन्ने का रस, गाए का घी और खांड भर दें। फिर इस गोले को काले कपड़े मे लपेटकर अपने घर के पूजा के स्थान पर रखकर विधिवत पूजा करने के बाद, कम-से-कम 108 बार नवग्रह दोष निवारण मंत्र का जाप करें। यह मंत्र हमने इस पोस्ट के आखिर मे दे दिया है। अगर संभव हो तो यह पूरी प्रक्रिया किसी भी नवग्रह के मंदिर में संपन्न करें, इससे आपको चमत्कारी फायदे मिलेंगे।
इसके बाद उस नारियल को घर से दुर, किसी वीरान स्थान पर ले जाकर चींटियों के बांबी के पास डेढ़ फुट गढ्ढा खोदकर गाड़ दें। ध्यान रखें, उस नारियल को घर से बाहर काले कपड़े मे लपेटे हुए ही ले जाएं लेकिन गाड़ने के समय उसे काले कपड़े से निकालकर गाड़ें, तथा उस कपड़े को उधर ही फेंक दें।
चूँकि काला कपड़ा सभी तरह के रेडिएशन को सोख लेता है, इसलिए जब आप काले लपेटे नारियल को केंद्र बनाकर नवग्रह दोष निवारण मंत्र का जाप करते हैं, तो ग्रहों के कारण उत्पन्न हुए सभी दोषयुक्त उर्जाएँ उस नारियल मे समा जाती हैं।
फिर जैसे- जैसे चींटियाँ उस नारियल को खाना शुरू करती हैं, वैसे- वैसे आपके सभी ग्रहों के दोष भी शांत होने लगते हैं।
यह टोटका सभी ग्रहों के दोषों को दुर करने के लिए एक अचुक उपाए है। लेकिन इसका असर तीन महीने तक ही रहता है। तो, अगर आपको तीन महीने बाद भी ऐसा लगता है, की ग्रह दोष फिर हावी हो रहे हैं, तो यही प्रक्रिया विधिवत दोहरा दें।
अगर आप स्वयं से यह पता लगाना चाहते हैं की आपके उपर ग्रह दोष हैं की नही, और अगर है तो किस ग्रह का दोष है, तो यह आर्टिकल अवश्य पढ़ें: कैसे जानें कौन सा ग्रह ख़राब है? अगर यह लक्षण दिखे, तो समझ जाएँ ...
सभी ग्रहों के दोष का निवारण मंत्र
नवग्रहों की शान्ति के लिए ऊपर बताया गया उपाए तो अति कारगर है ही, लेकिन इसके साथ अब जो मंत्र बताने जा रहे हैं उसके जाप से नवग्रहों के दोष तुरंत शांत होते हैं। वह मंत्र है:
ॐ ब्रह्मा मुरारिस्त्रिपुरान्तकारी ,
भानुः शशी भूमिसुतो बुधश्च।
गुरुश्च शुक्रः शनिराहु केतवः ,
सर्वे ग्रहा शान्तिकारा भवन्तु।।
इस मंत्र का पूर्ण लाभ लेने के लिए, अगर संभव हो तो इस मंत्र का जाप नवग्रह मंदिर में जाकर करना चाहिए। यदि घर के नजदीक मंदिर न हो, तो अपने घर के पूजा स्थल पर भी इस मंत्र का जाप कर सकते हैं। इस मंत्र के नियमित जाप से जीवन में नवग्रहों की शान्ति बनी रहती है।