काम वासना के कारण तथा इसपर विजय पाने के उपाए
काम वासना के कारण
काम वासना पृथ्वी पर मौजूद हर जीव के भीतर विद्यमान है। इसके होने का मुख्य कारण स्वयं प्रकृति ही है, क्योंकि एक ख़ास उम्र के बाद जिन रसायनों के मिश्रण से हमारे अंदर वासना का जन्म होता है, वह प्राकृतिक रूप से हमें मिला होता है। लेकिन हम इससे ऊपर उठने या इसे नियंत्रित करने की बात तब करते हैं जब यह हमारे लिए प्रॉब्लम बन जाता है। काम वासना यदि इतनी बढ़ जाए की इसकी वजह से अन्य फलदायी कार्य में बाधा पड़ने लगे, तो अवश्य ही इसे नियंत्रित करने की आवश्यकता है।
इस ग्रह पर हर जीव के भीतर कामुकता मौजूद है, लेकिन यह मुसीबत बस इंसानो के लिए ही बना हुआ है। इसका एक मुख्य कारण तो यह है की, इंसान अन्य जीवों की तुलना में अपने अच्छे बुरे के प्रति ज्यादा जागरूक हैं। अगर आप कोई गलती बार-बार करते हैं, तो आप कुछ समय में इससे होने वाले नुकसानों को समझ जाते हैं, तथा इससे बचने के लिए कोई उपाए करते हैं। इस तरह की जागरूकता इस धरती पर मौजूद अन्य सभी प्राणियों की तुलना में, इंसानो में सबसे ज्यादा है। दूसरा मुख्य कारण यह है की, हमारा दिमाग उन चीजों की तरफ ज्यादा आकर्षित होता है जिसमे यह सुखद एहसास खोज लेता है। जब एक बार इसको किसी चीज में तृप्ति मिलने लगती है, तो यह बार-बार आपको बेवकूफ बनाकर उसी की तरफ दौड़ेगा।
अगर आप अपने दिमाग में इतनी जागरूकता नहीं रख पाते की, एक क्षणिक सुख को भोगने के लिए आपको एक बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है, तो आप अपने ही दिमाग के द्वारा बार-बार बेवकूफ बनाये जाते हैं। आप अपने भीतर के ही रसायनों के जाल में बुरी तरह से फँस जाते हैं। कोई बच्चा जब 7, 8 या 10 वर्ष का होता है तब उसके लिए सभी इंसान, चाहे वो स्री हो या पुरुष, एक बराबर होते हैं, जैसे ही वो 13, 14 साल का होता है,अचानक ही उसे दुनिया अलग दिखाई पड़ने लगता है। पड़ोस की जिस लड़की के साथ वो दिन भर खेलता था, अब उसके छूने मात्र से भी अलग ही एहसास हो रहा है। हमारे शरीर में बनने वाले हॉर्मोन्स हमारी बौद्धिक क्षमता को कुछ समय के लिए कम कर देते हैं, जो हमें नुकसान पहुँचा सकता है। तो, भले ही कामुकता प्रकृति की देन है, लेकिन इसका हमारे जीवन में सही जगह पर होना अत्यंत आवश्यक है।
काम वासना पर विजय पाने के उपाए
काम वासना को नियंत्रित करने के लिए अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव करके लाभ लिया जा सकता है।
1. अकेले में ज्यादा समय न बिताएं
अगर आप अपना ज्यादातर समय अकेले में बिताते हैं, तथा दोस्तों या घर के सदस्यों से कम मिलते जुलते हैं, तो इस आदत को तुरंत बदलें। अपने काम का या पढ़ाई का समय छोड़कर, खाली समय में कोशिश करें की अकेले रहने की बजाए दोस्तों के साथ समय बिताएं। ऐसा करने से आपका मन यौन उत्तेजना की तरफ कम जाएगा, और आप आसानी से काम वासना से बच जाएंगे।
2. अपने कार्य में तरक्की पाने के लिए स्ट्रेटेजीज बनाएं
आप अपने ऑफिस या अपनी पढ़ाई में खुद को और बेहतर कैसे बना सकते हैं, इसपर फोकस करें।
आप मानसिक रूप से खुद को अच्छे कार्यों के लिए जितना व्यस्त रखेंगे उतना ही अच्छा है। इससे आपको जीवन में आगे बढ़ने में तो मदद मिलेगी ही, साथ ही आपका मन कामुकता की तरफ कम जायेगा।
3. खुद को अपने काम में बिज़ी रखें
आप अपने काम में अगर खुद को ज्यादा से ज्यादा बिजी रखेंगे तो इससे दो-तीन फायदे होंगे। पहली, की आप अपने करियर में तरक्की पाएंगे, तथा आस पास के लोग आपकी तारीफ़ करेंगे। दूसरी, जब लोग आपकी तारीफें करेंगे तो आपको एक संतुष्टि महसूस होगी, और यह मानवीय प्रवृत्ति है की जहाँ संतुष्टि मिलती हम उधर आकर्षित होते हैं। जिसके परिणाम स्वरुप आप अपना काम और मन लगाकर करना शुरू कर देंगे।
4. उत्तेजित करने वाली चीजों को पहचानें
उन चीजों को पहचानने की कोशिश करें जिनसे आपके भीतर काम वासना का जन्म हो रहा है। साथ ही उन चीजों को खुद से दूर रखने के भी उपाए करें। उदाहरण के लिए, अगर आप देर रात तक मोबाइल देखते हैं, और उसमे किसी कामुक विज्ञापन को देख वासना के शिकार हो जाते हैं, तो इस तरह की चीजों से बचने के लिए मोबाइल में विज्ञापन ब्लॉक करने वाले एप्प्स को रखें।
5. एक स्वस्थ दिनचर्या को फॉलो करें
अपने दिनचर्या में कुछ अच्छी आदतों को शामिल करें तथा पुरे मन से उन्हें फॉलो करें। शुरुआत में कुछ दिन आपको मुश्किल हो सकती है, लेकिन एक बार जब आप किसी अच्छी आदत को अपने जीवन में शामिल कर लेंगे तो आपको इस बात के लिए खुद पर गर्व होगा।
उदहारण के लिए, आप रोज सुबह उठकर योग या कसरत करने की कोशिश करें। इसके अलावा जब भी मौका मिले लाचार व्यक्तियों के मदद के लिए अवश्य आगे आएं। इससे आपके भीतर खुद के लिए एक अलग ही आत्मविश्वास बना रहेगा, तथा आप यौन उत्तेजनाओं जैसी चीजों को आसानी से नजरअंदाज कर पाएंगे।
6. अपने दिमाग के द्वारा खुद को बेवकूफ बनने से रोकें
जब भी आपके भीतर काम वासना बढ़ जायेगा आपका दिमाग आपसे कहेगा की इस बार लास्ट है, इसके बाद से नहीं करूँगा। लेकिन आप अपने इस विचार पर यकीन न करें। अगर इस तरह के विचार आएं तो खुद को समझाएं की अगर आप इस बार कर लेंगे तो अगली बार भी अवश्य करेंगे। आपके मन के भीतर 'नहीं' का मतलब 'नहीं' होना चाहिए।
7. अगर आप आस्तिक हैं, तो नियमित रूप से पूजा करें
जिन्हे भगवान पर यकीन होता है उन्हें भगवान् से प्रार्थना करने पर हमेशा मदद मिलती है। अगर आप मंदिर नहीं जा सकते तो भी रोज कम से कम सुबह उठकर नहा-धोकर घर में ही दो अगरबत्ती अवश्य जलाएं, तथा स्वयं के लिए बस 5 मिनट ही भगवान् से जरूर प्रार्थना करें। इससे आपके विचार सकारात्मक रहेंगे।
दोस्तों, अगर इन सात उपायों में कोई तीन या चार उपायों को भी आप बस 21 दिन फॉलो कर लेंगे, तो मैं दावे के साथ कह सकता हूँ, आप कितनी भी तीव्र काम वासना से खुद को बाहर निकाल सकते हैं। यह प्रायोगिक तौर पर जांच किये हुए उपाए हैं, तो एक बार इन्हे जीवन में अमल में लाने की कोशिश जरूर करें।
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